जहाँ पर रहकर मन खो जाए
ज़िन्दगी में हलका सा नशा हो जाए
जहाँ के सागर की नमकीन हवा
रंगीन शाम को क्या महकाती है
मेरे देश, तेरी बहुत याद अाती है
ज़िन्दगी में हलका सा नशा हो जाए
जहाँ के सागर की नमकीन हवा
रंगीन शाम को क्या महकाती है
मेरे देश, तेरी बहुत याद अाती है